भारतीय ट्रेनों में जनरल और स्लीपर कोच की मांग को देखते हुए रेलवे ने दो साल में 10,000 नॉन एसी कोच बनाने का फैसला किया है। रेल मंत्रालय ने नॉन एसी कोच के निर्माण की योजना को मंजूरी दे दी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नेतृत्व वाली भारतीय रेलवे ने 2024-25 और 2025- 26 में 9,929 गैर-एसी कोच बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है। इनमें से 4,485 गैर-एसी कोच चालू वित्तीय वर्ष 2024- 25 में बनाए जाएंगे और अगले वर्ष 2025-26 में ऐसे 5,444 अन्य कोच तैयार किए जाएंगे। निर्मित होने वाले कोचों की कुल संख्या में जनरल कोचों की संख्या लगभग एक तिहाई होगी।
ज्यादातर डिब्बे जनरल श्रेणी के
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह ऐलान किया। उन्होंने बताया कि 2024-25 में 4,485 और 2025-26 में 5,444 डिब्बे बनाए जाएंगे। इनमें से ज्यादातर डिब्बे जनरल श्रेणी के होंगे। हाल ही में रेलवे ने दो नई ‘अमृत भारत’ ट्रेनें शुरू की हैं। इनमें बिना AC वाले डिब्बे हैं। ये ट्रेनें आम आदमी को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं।
ट्रेनों में जनरल-स्लीपर कोचों की संख्या बहुत कम हो गई है। अगर रेल मंत्रालय ने जनरल और स्लीपर कोच बढ़ाने का निर्णय लिया है तो यह अच्छी बात है। – विनीत राठी, अध्यक्ष, नियमित रेल यात्री महासंघ
कम बिजली खर्च वाली ट्रेनों पर फोकस
रेलवे यात्रियों को आरामदायक सफर मुहैया कराने के लिए प्रयासरत है। इसलिए उसने अलग-अलग तरह की ट्रेनें शुरू की हैं। इनमें अंत्योदय, दीन दयाल, तेजस एक्सप्रेस (AC चेयर कार और स्लीपर), इकोनॉमी AC कोच और हमसफर एक्सप्रेस शामिल हैं।
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