AI टेक्नोलॉजी के आने के कारण क्या कंपनियों और उद्योगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

AI (artificial intelligence) के आने के कारण कई कंपनियों और उद्योगों को नुकसान का सामना करना पड़ा है। कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित हैं:

कर्मचारी-आधारित सेवाएं: हर नए काम के लिए हमे पहले एक कर्मचारी नौकरी पर रखना पड़ता था परंतु अब AI और ऑटोमेशन के आने से कर्मचारियों पर निर्भर कई सेवाओं में नौकरी की कटौती हुई है। जैसे, कस्टमर सर्विस में चैटबॉट्स का उपयोग, कॉल सेंटर की नौकरियों में कमी ला रहा है।

अब आप जब भी किसी कस्टमर केयर पर कॉल करते हो तो आपको किसी ह्यूमन या व्यक्ति से बात नहीं होती बल्कि ai जेनरेट कंप्यूटर रोबोट से होती है जो आपकी पसंद अनुसार लड़का या लड़की हो सकता है।

मैन्युफैक्चरिंग: ऑटोमेशन और रोबोटिक्स के कारण मैन्युफैक्चरिंग उद्योग में श्रमिकों की आवश्यकता कम हो रही है। ऑटोमेशन के तहत फैक्टरियों में रोबोट और मशीनें इस्तेमाल की जा रही हैं जिससे कंपनिया अपना प्रोडक्ट निर्माण की प्रक्रिया को स्वचालित किया जा सके। इस सीधा सा अर्थ है की अब इंसानों का काम रोबोट देख रहे हैं।

मीडिया और पत्रकारिता: संपादकीय हो या कोई बड़ा लेख हमे किसी विशेष लेखक को नौकरी पर रखना पड़ता था जिसके कई नखरे भी सहन करना पड़ते थे मगर अब ये काम आसानी से AI आधारित लेखन और कंटेंट जनरेशन टूल्स बेहतर तरीके से कर रहे हैं जिस कारण पारंपरिक पत्रकारिता में नौकरियों की संख्या घट रही है।

रीटेल: AI आधारित सेल्फ-चेकआउट और इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम्स के कारण रीटेल में नौकरी की कमी हो रही है।

रॉयल्टी फ्री इमेज वेबसाइट Ai tool की वजह से भरी नुकसान में

हम जब कोई आर्टिकल लिखते थे तो हमे उससे संबंधित फोटो की भी जरूरत पड़ती थी जिसके लिए हमे फ्री इमेजेस ऑनलाइन सर्विस का सहारा लेना पड़ता था, और यदि फोटो हाई रेजुलेशन का हो तो वो इसका एक्स्ट्रा चार्ज भी करती थी। पंरतु अब AI की वजह से रॉयल्टी फ्री इमेज वेबसाइट्स जैसे कि AVM Writes को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

AI द्वारा जेनरेटेड इमेजेज की उपलब्धता ने इन वेबसाइट्स पर प्रभाव डाला है। कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

AI इमेज जनरेशन: AI तकनीक से हाई-क्वालिटी इमेजेज को जल्दी और सस्ते में जनरेट किया जा सकता है। यह यूजर्स को आकर्षित कर रहा है जो पहले रॉयल्टी फ्री इमेज वेबसाइट्स पर निर्भर थे।

कस्टमाइजेशन : AI जनरेटेड इमेजेज को यूजर्स की आवश्यकताओं के अनुसार कस्टमाइज किया जा सकता है, जो स्टॉक इमेज वेबसाइट्स के मुकाबले ज्यादा आसान और सस्ता है।

लागत में कमी: AI से जनरेटेड इमेजेज की लागत बहुत कम होती है, जिससे उपयोगकर्ताओं को रॉयल्टी फ्री इमेजेज खरीदने की आवश्यकता कम हो जाती है।

कस्टमर सर्विस ऑटोमेशन: चैटबॉट्स और वर्चुअल असिस्टेंट्स का उपयोग ग्राहकों की क्वेरीज को स्वचालित रूप से जवाब देने के लिए किया जाता है।ऑटोमेशन का मुख्य लाभ यह है कि यह मानव श्रम को कम करता है, जिससे त्रुटियों में कमी आती है और उत्पादकता में वृद्धि होती है।

इन सब कारणों से रॉयल्टी फ्री इमेज वेबसाइट्स को अपनी रणनीतियों में बदलाव करना पड़ रहा है और उन्हें नई टेक्नोलॉजीज के साथ तालमेल बिठाना पड़ रहा है।

क्या AI द्वारा किए कार्य मानव जगत का बेहतर भविष्य बना सकता है।

AI के फायदे और नुकसान दोनों हैं। इसका सही और संतुलित उपयोग समाज के लिए लाभकारी हो सकता है, लेकिन इसके लिए नैतिकता, नीति निर्माण, और समाज के सभी वर्गों के साथ तालमेल बिठाने की आवश्यकता है।

AI का उपयोग करते समय हमें पता होना चाहिए कि हम ai का उपयोग क्यों कर रहे हैं अपने स्वार्थ के लिए या मानवता की बेहतरी के लिए। हालांकि AI तकनीक कार्यों को तेजी से और अधिक सटीकता के साथ पूरा कर सकती है, जिससे उत्पादकता में वृद्धि होती है और समय की बचत होती है। फिर भी AI और ऑटोमेशन के कारण कई क्षेत्रों में नौकरियों की कमी हो रही है, जिससे बेरोजगारी बढ़ सकती है और इससे सामाजिक असमानता भी बढ़ सकती है।

कई कार्य ऐसे हैं जो मानवीय संवेदनाओं, रचनात्मकता, और नैतिक निर्णय की मांग करते हैं। AI इन कार्यों को पूरी तरह से नहीं कर सकता।

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