भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 में रजत पदक अपने नाम किया। इसी के साथ नीरज ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले आजाद भारत के पहले एथलीट बन गए।
उन्होंने फाइनल में 89.45 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। इस स्पर्धा का स्वर्ण पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के थ्रो के साथ जीता।
नीरज चोपड़ा ने दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत और ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स 88.54 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे। नीरज और नदीम ने फाउल के साथ शुरुआत की थी, लेकिन पाकिस्तान के नदीम ने दूसरे प्रयास में ओलंपिक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए अपनी दावेदारी मजबूत कर ली।
दूसरे प्रयास के बाद भी नदीम से आगे निकलने में हुए नाकाम
नीरज ने भी दूसरे प्रयास में अपने इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, लेकिन वह नदीम से आगे नहीं निकल सके। नीरज ने ग्रुप ए और बी दोनों में शीर्ष स्थान हासिल किया, जिसमें 32 भाला फेंकने वाले शामिल थे। गत चैंपियन के रूप में, वे फाइनल में पहुंचने वाले 12 एथलीटों की सूची में सबसे आगे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी नीरज चोपड़ा को बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले भाला फेंक स्टार नीरज चोपड़ा को बधाई देते हुए कहा है कि वह उत्कृष्टता के साकार रूप हैं। टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज ने पुरुष भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में 89.45 मीटर का अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंककर पेरिस ओलंपिक में रजत पदक हासिल किया। इसके साथ ही नीरज ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले आजाद भारत के पहले एथलीट बन गए हैं।
नीरज चोपड़ा के अब तक जितने वाले पदक और सर्वश्रेष्ठ थ्रो कौन से हैं
नीरज हरियाणा के खंडरा गाँव में एक किसान परिवार में जन्मे 26 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी हैं। चंडीगढ़ के दयानंद एंग्लो-वैदिक कॉलेज से स्नातक, खेल में आने से पहले नीरज बचपन में मोटापे से जूझते रहे, जिसके कारण उनके परिवार ने उन्हें खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने भाला फेंकना चुना और पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया। एक साल के प्रशिक्षण के बाद, वह 13 साल की उम्र में पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शामिल हो गए।
अब तक जीतने वाले पदक और सर्वश्रेष्ठ थ्रो
2012 में स्वर्ण पदक : लखनऊ में राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने 68.40 मीटर के थ्रो के साथ नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता।
2014 में स्वर्ण पदक नीरज चोपड़ा ने बैंकॉक में यूथ ओलंपिक क्वालीफिकेशन में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय पदक, रजत जीता।
2016 में स्वर्ण पदक नीरज के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता रही, क्योंकि उन्होंने गुवाहाटी में दक्षिण एशियाई खेलों में 82.23 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया।
2017 में स्वर्ण पदक भारतीय सेना ने उन्हें राजपुताना राइफल्स में जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) के रूप में नियुक्त किया। उन्हें नायब सूबेदार के पद पर सीधी नियुक्ति मिली।
2018 में, नीरज ने कॉमनवेल्थ गेम्स में 86.47 मीटर के सीज़न-बेस्ट थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता।
2020 में स्वर्ण पदक – टोक्यो ओलंपिक 2020 (जेवलिन थ्रो)। नीरज चोपड़ा के अब तक के छोटे से शानदार करियर का मुख्य आकर्षण टोक्यो 2020 में उनकी स्वर्ण पदक जीत रही है।
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नीरज चोपड़ा का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.94 मीटर का है, जो 30 जून, 2022 को स्वीडन में स्टॉकहोम डायमंड लीग में दर्ज किया।
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