Gray Divorce: आखिर मुझे आखिरी फैसला लेना ही पड़ा
बहुत कोशिश की कि मैं अपने जीवन के आखिरी बचे हुए कुछ सालों में अपने पति से अलग न होना पड़े मगर कर न सकी मैं।
आखिरकार मैंने अपने 52 साल के पति को एक दिन तंग आकर बोल ही दिया कि अब मैं इस रिश्ते से तंग आ चुकी हूँ। मैं इस तरह को जिंदगी नही चाहती थी जो आज मेरी हो गई ऐसा नहीं है कि मैंने कोशिश नही की, मगर मैं नही कर सकी। मैं खुद को इस वर्तमान जीवन की आदि नही बनाना चाहती।
जब पति पत्नी एक रूममेट की तरह रहने लग जाएं
हम साथ कभी कहीं जाते नहीं हैं और अगर जाते भी हैं, तो सारी योजना मैं ही बनाती हूं उनको कहीं जाना नही। वह काम पर जाता है, घर आता है, खाना खाता है और फिर सारी रात सोफे पर लेटकर फोन देखता रहता है। वह पूरी तरह से इसके आदी हो चुका है। उसको कोई मतलब ही नहीं मुझसे। ऐसा कब तक चलने वाला था इसका भी तो पता नहीं था। बस दिन और उम्र गुजरते जा रहें थे।
बस, अब नहीं, मैंने उसे बता दिया कि मैं इस शादी से काफी समय से खुद को दूर कर चुकी हूँ। हालांकि वह मुझसे बार एक मौका देने की भीख माँग रहा है, पता नही ये उसका साथ जिंदगी गुजारने के लिए मांग रहा है या यूं उसको बना बनाया खाना और सब सामान तैयार मिले इसके लिए मांग रहा है।
लेकिन सच कहूँ तो अब मुझे उससे बिल्कुल भी प्यार नहीं है। हमारे दो बड़े बच्चे हैं और बचपन से वो ये सब ही देखते हुए बड़े हुए और अब उनको लगता हैं कि इस तरह का रिश्ता सामान्य रिश्ता है। हम पति पत्नी पिछले 20 साल से केवल रूममेट्स की तरह रह रहे हैं। हम कभी साथ नहीं सोते। सच कहूँ तो अब कुछ भी नहीं बचा है, लेकिन वह मुझसे बात करने और दोबारा सोचने के लिए कह रहा है।
मैंने उसे कई बार बताया है कि मुझे यह छोटी से बस्ती (यहां हम लोग रह रहे हैं) लोगों का छोटा सा कस्बा बिल्कुल पसंद नहीं है, लोग तरक्की करते हैं और बड़े शहर की तरफ जाते हैं या कम से कम ऐसी जगह तो रहते हैं की वहां सब सुविधा हो।
लेकिन उसने हमेशा मेरी बात को नजरअंदाज कर दिया है। वह यहीं पला-बढ़ा है और मुझे लगता है कि वह यहाँ से कभी बाहर जाने से डरता है। वो कहीं जाना ही नही चाहता है। यहां न दुकानें, न ढंग की नौकरियाँ, कुछ भी नहीं है। और मैंने उसे बताया है, लेकिन उसने इसे नजरअंदाज कर दिया।
अब वह सब कुछ मुझ पर ही दोष मढ़ने की कोशिश कर रहा है, कह रहा है कि मैंने उसे कभी कुछ नहीं बताया। अब वह कह रहा है कि अगर मुझे कहीं और नौकरी मिलती है, तो वह मेरे साथ आएगा। मगर सच कहूं तो मैं नहीं चाहती कि वह मेरे साथ आए – मैं इस दिखावे वाली शादी से तंग आ चुकी हूँ। वह हमारे रिश्ते की शपथों के बारे में भी मुझे इमोशनल ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है – अच्छे और बुरे समय में साथ रहने आदि की।
मगर मैंने कभी किसी को धोखा नहीं दिया और न ही इसके बारे में सोचा। मैं सिर्फ खुश रहना चाहती हूँ। मैं 49 साल की हूँ और मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी दूसरों को खुश करने में बिता दी, और अब मुझे लगता है कि जीवन खतम होने से पहले मैं खुद के लिए जीयूँ। अब बस, बहुत हुआ। मैं झूठ पर बैठ कर जीवन नही जीना चाहती। अब मुझे अलग होना ही है।
अब मुझे क्या करना चाहिए, क्या मुझे मेरे पति से Gray Divorce लेकर अलग हो जाना चाहिए या बचा हुआ जीवन पति के साथ ही गुजार लेना चाहिए
क्या उम्र के अंतिम पड़ाव में Gray Divorce का फैसला सही है
यह एक बहुत ही व्यक्तिगत और मुश्किल निर्णय है और इसका उत्तर केवल आप खुद ही कर सकती हैं क्योंकि आपको ही पता होगा कि आपने अपने पति के साथ कैसा जीवन बिताया। यह आपके जीवन से जुड़ा हुआ है। ग्रे तलाक़ अनोखी वित्तीय, कानूनी और भावनात्मक चुनौतियाँ लेकर आता है।
हालांकि, कुछ बातें हैं जिन पर आप विचार कर सकती हैं और अपने पति पत्नी के रिश्ते को बचा सकती हैं। जीवन में खुशी और संतुष्टि बहुत महत्वपूर्ण होती है
अगर आपको ऐसा लगता है कि आप इस रिश्ते में खुश नहीं हैं और लंबे समय से emotional जुड़ाव महसूस नहीं कर रही हैं, तो आपको ये सोचना ही पड़ेगा कि आपको अलग होना आपका सही कदम है। हालांकि जीवन में खुशी और संतुष्टि बहुत महत्वपूर्ण होती है, और अगर आप इसे अपने वर्तमान रिश्ते में नहीं पा रही हैं, तो यह एक संकेत हो सकता है कि अब आपको बदलाव की जरूरत है।
ग्रे डायवोर्स समस्या को हल करने का प्रयास करें
जैसा कि ऊपर कहानी में बताया गया आपका पति अकेला ही सोफ़ा पर लेट कर मोबाइल चलता रहता है तो ये मुमकिन है कि आपके पति और आप के बीच संवाद की कमी रही है, तो फिर आपको आपसी बातचीत बड़ाने के लिए कुछ तो करना ही पड़ेगा। आप दोनों काउंसलिंग या किसी और तरीके से अपने रिश्ते को सुधारने की कोशिश कर सकते हैं? यह भी देखने की बात है कि क्या वह वास्तव में बदलाव करने को तैयार हैं।
भविष्य की योजना के लिए क्या आप आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हैं?
अगर आप अलग होने का विचार कर रही हैं, तो अपने भविष्य के बारे में सोचें। सोचें कि आपका आपके पति के बिना आपका भविष्य क्या होगा। क्या आप आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हैं? क्या फाइनेंशियल तैयार हैं। इन सवालों के जवाब आपके निर्णय में मदद कर सकते हैं।
सहमति और सम्मान पति पत्नी के रिश्ते को बचा सकता है
अगर आप और आपके पति दोनों सहमत हों कि चीजें ठीक नहीं हैं और आप दोनों इस पर काम करना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा संकेत हो सकता है कि कुछ समय और प्रयास रिश्ते को बचाने में निवेश किया जाए। रिश्ते में समझौता और समझदारी दोनों जरूरी हैं। अगर किसी मुद्दे पर मतभेद हो, तो उसे शांतिपूर्ण तरीके से हल करने की कोशिश करें।
मेरा मानना है कि ग्रे डायवोर्स पर कोई भी निर्णय लेने से पहले, अपने दिल और दिमाग दोनों से विचार करें। अगर आपको लगे कि यह निर्णय बहुत भारी है, तो किसी पेशेवर सलाहकार या परिवार के किसी विश्वसनीय सदस्य से बात करें।
Gray divorce से बढ़कर आपकी खुशियों और मानसिक शांति का ख्याल रखना सबसे महत्वपूर्ण है।
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