मैंने एसआईपी में सक्रिय रूप से निवेश किया है, लेकिन मौजूदा बाजार मुझे इस बात पर पुनर्विचार करने पर मजबूर कर रहा है कि क्या मुझे अपना एसआईपी रोक देना चाहिए?
अभी हाल ही मैंने ये प्रश्न एक यूजर के द्वारा पूछा गया कि शेयर मार्केट की इस मौजूदा गिरावट में मुझे अपनी SIP को रोक देना चाहिए क्यों अभी मेरा पोर्टफोलियो लाल हो चुका है और काफी हद तक गिरावट हो चुकी है, मै इस असमंजस में हूं कि मैं sip बनाए रखूं या कुछ समय के लिए रोक दूं कृपा सही सलाह दीजिए!
इस यूजर की बात तो दम तो है कि मार्केट काफी हद गिर चुका है और बहुत पैसा लॉस मै जा चुका है मगर मेरे भाई अभी मार्केट बंद नहीं हुआ है न ही कोई कंपनी bankrupt हुई है कि आप SIP बंद कर दें बल्कि आप को तो खुश होना चाहिए कि जब मार्केट रिकवरी होगा तो बहुत तेजी मै होगा जैसा कि हर बड़ी गिरावट के बाद होता है।
आपके अपनी एस आई पी रोक देना चाहिए या बनाए रहना चाहिए तो इसके लिए मैने कुछ रिसर्च किया तो मैने देखा कि म्यूचुअल फंड की स्कीमों में जनवरी 2025 में अच्छा निवेश आया। इससे कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 67.25 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया।
मिडकैप फंड स्कीमों में 5,148 करोड़ रुपये का निवेश आया, जबकि स्मॉलकैप फंडों में 5,721 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। इससे पता चलता है कि निवेशकों का भरोसा इन दोनों कैटेगरी के फंडों पर बना हुआ है। लेकिन, चिंता की एक वजह भी दिखी। नए सिप रजिस्ट्रेशन के मुकाबले पुराने सिप के डिसकंटिन्यू होने के मामले ज्यादा देखने को मिले। क्या यह वाकई चिंता की बात है?
क्या आपको अपना SIP बंद कर देना चाहिए?
तो सबसे पहले तो आपके जरूरी प्रश्न का उत्तर ये है कि SIP के बंद होने का मतलब यह नहीं कि इनवेस्टर्स मार्केट से पैसे निकाल रहे हैं। यह समझने की जरूरत है कि SIP बंद होने के ज्यादा मामलों के बावजूद म्यूचुअल फंडों में निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है। खासकर यह वक्त पैसे निकालने का नहीं बल्कि पैसे डालने का है। स्टॉक मार्केट में पिछले साल सितंबर के आखिर से जारी गिरावट की वजह से कई कंपनियों के शेयरों की कीमतें काफी नीचे आ गई हैं। फिर आप अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
एसआईपी रोकने का फैसला लेने से पहले मुझे किन बिंदुओं पर विचार करना चाहिए?
एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह मार्केट वोलैटिलिटी (उतार-चढ़ाव) को मैनेज करने में मदद करता है। मौजूदा बाजार की स्थितियों को देखकर एसआईपी रोकने का फैसला लेना समझदारी भरा नहीं हो सकता। इसके बजाय, आपको निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार करना चाहिए:
लॉन्ग-टर्म दृष्टिकोण अपनाएं : एसआईपी का मुख्य उद्देश्य लंबी अवधि में पैसा बनाना है। मार्केट में अस्थिरता हमेशा बनी रहेगी, लेकिन अगर आपका निवेश लक्ष्य लंबी अवधि का है जैसे 5-10 साल या उससे अधिक, तो आपको इसे जारी रखना चाहिए।
रुपये की लागत औसत (Rupee Cost Averaging) का लाभ : बाजार में गिरावट के दौरान, आपके निवेश से अधिक यूनिट्स खरीदी जाती हैं, जिससे लॉन्ग-टर्म में बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप अभी एसआईपी रोकते हैं, तो इस रणनीति का पूरा लाभ नहीं मिलेगा।
पोर्टफोलियो की समीक्षा करें : अगर आपको लग रहा है कि आपका एसआईपी सही प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो पूरे पोर्टफोलियो की समीक्षा करें। बेहतर होगा कि आप म्यूचुअल फंड के परफॉर्मेंस, एसेट अलोकेशन और अपने जोखिम सहने की क्षमता को समझें।
बाजार में गिरावट का फायदा उठाएं : अगर आपके पास अतिरिक्त फंड हैं, तो मौजूदा बाजार में गिरावट के दौरान टॉप-अप एसआईपी करने पर विचार करें। इससे आपको लंबी अवधि में अधिक लाभ मिल सकता है।
सलाहकार से परामर्श लें : अगर आपको संदेह है कि मौजूदा बाजार में आपकी एसआईपी रणनीति सही है या नहीं, तो एक फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श करें। वे आपकी वित्तीय स्थिति और लक्ष्यों के अनुसार आपको सही मार्गदर्शन दे सकते हैं।
निष्कर्ष : एसआईपी को बाजार की अस्थिरता के आधार पर रोकने से लॉन्ग-टर्म में नुकसान हो सकता है। यदि आपके वित्तीय लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता में कोई बदलाव नहीं आया है,
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