What’s scalping in stock market : स्केलिंग एक ट्रेडिंग रणनीति है जिसे छोटे मूल्य परिवर्तनों से लाभ कमाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, इन ट्रेडों पर लाभ जल्दी से लिया जाता है और एक बार ट्रेड लाभदायक हो जाता है। सीधे शब्दों में बात करें तो इसका उद्देश्य न्यूनतम मूल्य परिवर्तनों का लाभ उठाना है, अक्सर केवल कुछ सेकंड या मिनटों के लिए स्थिति बनाए रखना। स्कैलपर्स वॉल्यूम और लगातार छोटे लाभ के माध्यम से मुनाफा जमा करते हैं, जिसके लिए निरंतर बाजार निगरानी और त्वरित प्रतिक्रिया की आवश्यकता होती है।
Scalping से प्रॉफिट कैसे बनाए?
स्कैलपिंग में 5 मिनट की कैंडल चार्ट के साथ ट्रेडिंग करते समय आपको उच्च सटीकता और तेज निर्णय लेने की आवश्यकता होती है।
एक बायर (खरीदार) के रूप में स्कैलपिंग करने के लिए नीचे दिए गए महत्वपूर्ण पॉइंट्स को फॉलो करें:
स्ट्रैटेजी चुनें : 5 मिनट की कैंडल में ट्रेडिंग के लिए Price Action, Moving Averages, VWAP, और RSI जैसी तकनीकों का उपयोग करें।
ट्रेंड को पहचानें :
- EMA (Exponential Moving Average): 9 EMA और 21 EMA का क्रॉसओवर इस्तेमाल करें। अगर 9 EMA, 21 EMA को ऊपर से क्रॉस करता है, तो यह बाय सिग्नल है।
- VWAP (Volume Weighted Average Price): प्राइस अगर VWAP के ऊपर हो, तो बाय ट्रेंड कंफर्म करें।
- RSI (Relative Strength Index): 30-40 के स्तर पर हो, तो प्राइस बाउंस कर सकता है। 70 से ऊपर जाने पर ओवरबॉट हो सकता है।
How to do Scalping Trading in Hindi
सबसे पहले, स्कैल्पर्स अल्पकालिक मूल्य परिवर्तनों की पहचान करने के लिए तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते हैं। वे कैंडलस्टिक चार्ट, वॉल्यूम संकेतक और मूविंग एवरेज जैसे उपकरणों का लाभ उठाते हुए टाइट खरीद और बिक्री लक्ष्य निर्धारित करते हैं। छोटे मूल्य उतार-चढ़ाव को पकड़ने के लिए तेजी से ट्रेडों में प्रवेश और बाहर निकलना महत्वपूर्ण है।
एंट्री और एग्जिट प्वाइंट :
- एंट्री: ब्रेकआउट पर या सपोर्ट लेवल से बाउंस पर एंट्री लें।
- एग्जिट: 0.5% – 1% का प्रॉफिट बुक करें या प्राइस एक प्रमुख रेजिस्टेंस तक पहुंचे तो बाहर निकलें।
- स्टॉपलॉस: हर ट्रेड में 0.3% – 0.5% का स्टॉपलॉस रखें ताकि नुकसान सीमित रहे।
स्कैलपिंग में महत्वपूर्ण बातें :
✔ लिक्विडिटी: हाई लिक्विडिटी वाले स्टॉक्स या इंडेक्स में ही स्कैलपिंग करें (जैसे बैंक निफ्टी, निफ्टी 50)।
✔ सही टाइम: 9:15 AM – 11:00 AM और 1:30 PM – 3:00 PM के बीच ट्रेड करें क्योंकि इस समय मार्केट में मूवमेंट ज्यादा होता है।
✔ स्मॉल क्वांटिटी से शुरू करें: शुरू में छोटे ट्रेड लेकर अनुभव बढ़ाएं।
✔ इमोशनल ट्रेडिंग से बचें: लालच और डर से प्रभावित हुए बिना डिसिप्लिन बनाए रखें।
लाइव उदाहरण (Price Action पर आधारित)
- अगर निफ्टी 19800 के सपोर्ट पर आता है और 5-मिनट कैंडल बुलिश बनती है, तो 19810-19820 पर एंट्री लें।
- टारगेट 19850-19860 और स्टॉपलॉस 19790 रखें।
अगर आप सही स्ट्रैटेजी और रिस्क मैनेजमेंट अपनाते हैं, तो स्कैलपिंग से लगातार अच्छा प्रॉफिट बना सकते हैं।
Scalping में क्या सावधानी रखें जिससे नुकसान से बचा का सके?
स्कैल्पिंग के लिए तीव्र ध्यान और अनुशासन की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह रणनीति छोटे मूल्य अंतर को पकड़ने के लिए तेजी से ट्रेडों में प्रवेश और बाहर निकलने पर निर्भर करती है। यह एक उच्च मात्रा वाली ट्रेडिंग दृष्टिकोण है, जिसमें निरंतर बाजार की निगरानी और दबाव में तेजी से, सटीक निर्णय लेने की क्षमता की मांग होती है।
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग लाभदायक हो सकती है, विशेषकर उन अनुभवी व्यापारियों के लिए जो त्वरित निर्णय लेने में कुशल हैं और उच्च मात्रा में ट्रेड्स को प्रबंधित कर सकते हैं। हालांकि, इसकी सफलता व्यक्तिगत कौशल और बाजार की स्थितियों पर निर्भर करती है।
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