गर्मी के मौसम में जब गर्मी अपनी चरम सीमा पर होती है तो गर्मी से राहत पाने के लिए हम नये नये तरीके इजाद करते हैं। दिन दो-तीन बार तो नहा ही लेते हैं। कूलर या एसी का भी भरपूर उपयोग करते हैं। लेकिन फिर भी गर्मी के कारण इतनी बैचेनी रहती है कि कैसे भी गर्मी से थोड़ी के लिए ही सहित बस राहत मिल जाये।
जब गर्मी के मौसम में हम गर्मी से थोड़ी राहत पाने के लिए बर्फ के टुकड़े को चाबाने या चूसने लगते हैं। वैसे तो आमतौर पर बर्फ के टुकड़े चूसने से कोई बड़ा नुकसाने नहीं होता खासतौर पर गर्मी के मौसम में फिर भी हमें अपने स्वास्थ्य के लिए शरीर का तापमान को ध्यान में रखते हुए बर्फ का इस तरह से इस्तेमाल करना चाहिए। कभी-कभी किसी कारण चोट या अन्य दर्द से राहत के लिए भी हम बर्फ को चूसते हैं।
क्या कारण है कि कुछ लोगों को बर्फ खाने की आदत होती है
ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों में आयरन की कमी होती है उनमें बर्फ खाने या चूसने की आदत हो सकती है। आयरन की कमी के कारण बार बार बर्फ चूसने का मन करता है। कुछ लोगों का ब्रेस्ट फीडिंग के समय या डिप्रेशन के कारण भी बर्फ चूसने का मन होने लगता है।
क्या नुकसान है बर्फ खाने से?
ज्यादा बर्फ खाने से पेट में दर्द, सूजन अथवा गैस हो सकती है। बर्फ खाने से दांत या मसूड़ों में दर्द बना रह सकता है। ज्यादा ठंडक होने की वजह से मसूड़ों में संवेदनशीलता बनी रह सकती है। फिज्र का बर्फ खाने से धमनियां सिकुड़ने का डर भी बना रहता है। आहार संबंधी समस्या भी बर्फ खाने से हो सकती है।
कैसे छुटकारा पायं बार बार बर्फ खाने की आदत से
बार-बार बर्फ खाने की आदत को छुड़ाने के लिए हम बर्फ को सीधे न खाकर किसी पेय पदार्थ में मिलाकर खा सकते हैं। हमें आयरन उपलब्ध फूड्स को ज्यादा खाने में ज्यादा शामिल करना चाहिए। चिकन एवं अंडे भी इसका अच्छा इलाज है।
बर्फ को चबायें न, बल्कि उसे जुवान पर रख कर पिघलने दें।
बिना बर्फ के ठंडे पेय का ज्यादा इस्तेमाल करें।
अपने आत्मविश्वास को बढ़ाये और सोंचे की आज बर्फ की चबाने की आदत से छुटकारा पा सकते हैं।
बर्फ के टुकड़े की जगह आप सेब के टुकड़े, गाजर की पतली पतली छड़ें, खीरे के टुकड़े शामिल कर सकते हैं।
यदि आयरन की कमी के कारण आप बर्फ चबाते हैं तो आपको चिकित्सक से मिलना चाहिए।
वैसे तो बर्फ के टुकड़े चबाना एक आम आदत है जो बहुत एक आनंददायक है मगर ये कभी-कभी मुसीबत बन जाता है। ऐसी आदतों से बचना के लिए वैकल्पिक तरीके खोजना बेहतर है।
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