आयुर्वेद जड़ी बूटियों का भंडार है। जितना भी आयुर्वेद के बारे में जानने की कोशिश करते हैं उतनी ही जिज्ञासा बढ़ती जाती है। आज हम बात करेंगे आयुर्वेद की एक बेहतरीन जड़ी बूटी निसौथ के बारे में।
आयुर्वेद की बेहतरीन जड़ी बूटी निसोथ के हैं कई फायदे तो चलिए जानते हैं।
क्या है आयुर्वेद में निसोथ और इसके फायदे
निसोथ एक औषधीय जड़ी-बूटी है, जिसे भारतीय जलाप के नाम से भी जाना जाता है. निशोथ दो तरह की होती है : श्यामला और सफेद। निसोथ को कई नामों से जाना जाता है जैसे : श्वेता, त्रिवृत्, त्रिभण्डी, त्रिवृता, त्रिपुटा, सर्वानुभूति, सरला, रेचनी, श्यामा, पालिन्दी, सुषेणिका, मसूरविदला, अर्धचद्रा, कालमेशिका आदि।
आयुर्वेद की जड़ी बूटी निसोथ के फायदे और स्वास्थ लाभ
आयुर्वेद की जड़ी बूटी निसोथ के कई फ़ायदे हैं. आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कब्ज़ के इलाज के लिए किया जाता है. निसोथ की दो किस्में होती हैं – सफ़ेद और काली. सफ़ेद निसोथ की सूखी जड़ों का इस्तेमाल ज़्यादातर औषधीय गुणों के लिए किया जाता है।
निसोथ के सेवन से मोटापे में लाभ
गुग्गुल, अदरक और हल्दी के साथ मिश्रित निशोथ उच्च कोलेस्ट्रॉल और मोटापे में प्रभावी होता है।
Nishoth : बेहद गुणकारी है निसोथ
निसोथ की लता कई सालों तक जीवित रहती है। हम यहां निसोथ के आयुर्वेदिक उपचार बता रहे हैं लेकिन आप उपाय करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर सलाह लें।क्योंकि सभी की तासीर अलग अलग होती है।
- निसोथ का चूर्ण गर्म पानी के साथ लेने पर मल त्याग में मदद मिलती है.
- निसोथ के सेवन से जीवाणु संक्रमण से बचाव होता है।
- निसोथ का रस सुबह खाली पेट पीने से बुखार कम होता है.
- टाइफ़ाइड बुखार के इलाज में निसोथ का चूर्ण और मधु का सेवन फ़ायदेमंद होता है.
आंखों के लिए फायेदमंद हैं निसोथ :
काली निशोथ के चूर्ण में मधु और शर्करा मिला लें। इसे आंखों में काजल की तरह लगाने से आंखों के फूलने की बीमारी में लाभ होता है।
काली निशोथ की जड़ का रस निकाल लें। इसमें बराबर मात्रा में मधु मिलाकर आँखों में काजल की तरह लगाने से पलकों से जुड़ी बीमारी ठीक होती है।
निसोथ के औषधीय गुण से पेट के फूलने का इलाज :
रोगी को कब्ज हो जाए तो खाने के पहले यवतिक्ता, थूहर, निशोथ, दंती और चिरबिल्व के पत्तों की सब्जी खिलाना लाभदायक होता है।
निशोथ के पत्ते की सब्जी पेट के फूलने की बीमारी में लाभ पहुंचाती है।
गुग्गुलु, निसोथ, दंती, द्रवन्ती, सेंधा नमक और वचा चूर्ण को गोमूत्र, मद्य को दूध या अंगूर के रस के साथ सेवन करने से पेट के फूलने की बीमारी में लाभ होता है।
डायबिटीज के लिए निशोथ के फायदे
निसोथ में मेथनॉल एक्सट्रेक्ट में हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होते हैं, जो ब्लड शुगर के स्तर को कम कर सकते हैं. इसलिए निशोथ डायबिटीज के मरीज के लिए बहुत लाभकारी है।
बवासीर में फायदेमंद है निसोथ
निसोथ अपने विरेचक प्रकृति के कारण बवासीर और इसके लक्षणों जैसे खुजली, जलन और गुदा क्षेत्र में सूजन से राहत देता है जो कब्ज को दूर करने में मदद करता है।
नीसोथ खाने में ये रखें सावधानी
इसका उतना ही उपयोग करना चाहिए जितनी जरूरत हो। नही तो भाई साहब आपको इसके सेवन से दस्त लग जायेंगे।
इसे नियमित रूप से अधिक मात्रा में लेने पर आंतों को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए आप इसका प्रयोग चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
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