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मेटाबॉलिज्म क्या है?, बच्चों का मेटाबोलिज्म कैसे सुधारें?

मेटाबॉलिज्म क्या है?

मेटाबॉलिज्म चयापचय की प्रक्रिया है, मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया में शरीर श्वास, पाचन और शारीरिक गतिविधि के साथ-साथ कुछ विभिन्न जैविक कार्यों के द्वारा भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करने का काम होता है। बच्चों में मेटाबॉलिज्म का सुधार होना आवश्यक है क्योंकि बच्चों की वृद्धि और विकास के लिए स्वस्थ चयापचय आवश्यक है।

बच्चों में चयापचय प्रक्रिया के बिगड़ने से क्या होता है.
यदि बच्चों में चयापचय प्रक्रियां में गड़बड़ी हो जाती हैं तो बच्चों को अपनी पढ़ाई जैसे कार्यों पर अपना ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो सकती है।

बच्चों का मेटाबोलिज्म कैसे सुधारें? मेटाबॉलिज्म सुधारने के बेहतरीन उपाय क्या हैं?

बच्चों में मेटाबोलिज्म तेजी से होता है क्योंकि उनका शरीर बढ़ रहा होता है और उसे विकास के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। छोटे बच्चों का मेटाबोलिज्म अधिक तेज होता है हालांकि उम्र बढ़ने के साथ यह धीरे-धीरे कम हो सकता है।

बच्चों का मेटाबॉलिज्म सुधारने के कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:

नियमित रूप से व्यायाम करना:
व्यायाम से बच्चे में रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और इंसुलिन संवेदनशीलता में काफ़ी सुधार कर सकते हैं।

खाने में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाना:
डेयरी, नट्स, बीज और फलियाँ सभी खाद्य पदार्थों में सबसे अधिक ऊर्जा प्रदान करते हैं।

नियमित रूप से सोना:
बच्चों का मेटाबॉलिज्म सुधारने के लिए जरूरी है की बच्चे भरपूर नींद लें। छोटे बच्चों को लगभग 10 घंटे की आवश्यकता होती है।

सुबह नाश्ते में सब्जी खाना:
फलों और सब्जियों में फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होती है, जो मेटाबोलिज्म में सुधार करता है। नई एवम ताजा सब्जी से बच्चों के लिए नाश्ता तैयार करें।

नियमित रूप से पानी पीना:
ठंडा पानी पीने से मेटाबॉलिज्म को थोड़ा बढ़ावा मिल सकता है क्योंकि आपका शरीर पानी को शरीर के तापमान तक गर्म करने के लिए एनर्जी का उपयोग करता है, जिससे थोड़ी मात्रा में कैलोरी बर्न होती है।

तले हुए खाने की जगह भूने हुए खाने को खाना:
ब्रोकली को भाप में पकाकर या भूनकर खाएं। या फिर इसे कम वसा वाली सब्जी के साथ कच्चा भी खा सकते हैं। मगर तेल में तले हुआ खाने से बचें।

फल और सब्जी का ज्यादा सेवन करना:
मेटाबॉलिज्म बढ़ाने वाली शक्तियाँ में संतरा है जो आपके बच्चे के मेटोबॉल्सिम में सुधार लायेगा। संतरे में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आपके चयापचय को बढ़ावा देने और शरीर की चर्बी कम करने में मदद कर सकते हैं।
वहीं सब्जी की बात करें तो पालक, केल और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियाँ अपने लौह तत्व के कारण चयापचय को बढ़ावा दे सकती हैं।

खाने की मात्रा कम रखना:
प्रतिदिन 1,000 कैलोरी से कम का सेवन करने से आपके चयापचय दर पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है।

दूध पीने से मेटाबॉलिज्म में सुधार:
ठंडा दूध पीने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जिससे एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होने के साथ पेट भी लंबे समय तक भरा रहता है।

इन उपायों को अपनाकर आप अपने बच्चे का मेटाबॉलिज्म सुधार सकते हैं।

कौन-से व्यायाम बच्चों के मेटाबॉलिज्म के लिए सबसे अधिक लाभदायक हैं?

बच्चों के मेटाबॉलिज्म के लिए सबसे अधिक लाभदायक व्यायाम उनकी उम्र और स्थिति पर निर्भर करेगा। हालांकि, कुछ प्रमुख व्यायाम प्रकार जो बच्चों के मेटाबॉलिज्म को सक्रिय रखने में मदद कर सकते हैं वे हैं:

  • आरोबिक व्यायाम: जैसे कि दौड़ना, साइकिल चलाना, स्विमिंग, बाउंसिंग और रस्सी जंप करना,
  • माउंटन क्लाइम्बिंग या वॉल क्लाइम्बिंग,
  • स्केटिंग या रोलरब्लेडिंग,
  • खेल: जैसे कि फुटबॉल, बास्केटबॉल, टेनिस, बैडमिंटन या क्रिकेट,
  • योग और प्राणायाम: जैसे कि भ्रामरी प्राणायाम, सूर्य नमस्कार और बालासन।

यह व्यायाम प्रकार बच्चों के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने, शरीर को मजबूत बनाने और सामरिक क्षमता को विकसित करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, बच्चों को मनोरंजनपूर्ण व्यायाम भी करना चाहिए ताकि वे इसे नियमित रूप से करने का आनंद ले सकते हैं।

मेटाबॉलिज्म से संबंधित प्रश्न-उत्तर :

खेलों से बच्चों के मेटाबॉलिज्म में कैसे सुधार करें :

बच्चों के मेटाबॉलिज्म को सबसे अधिक प्रभावित करने वाला खेल जैसे फुटबॉल, बास्केटबॉल, टेनिस, बैडमिंटन या क्रिकेट जो शारीरिक गतिविधियों का उपयोग करते हैं, उनके मेटाबॉलिज्म को सक्रिय कर सकते हैं।

बच्चों का मेटाबोलिज्म धीमा हो जाए तो इसके क्या लक्षण हो सकते हैं?

बच्चों का मेटाबोलिज्म धीमा हो जाए तो उन्हें थकान, वजन बढ़ना, भूख न लगना, ठंड लगना, और त्वचा का सूखा होना जैसे लक्षण हो सकते हैं।

क्या बच्चों का मेटाबोलिज्म उम्र के साथ बदलता है?

हाँ, बच्चों का मेटाबोलिज्म उम्र के साथ बदलता है। छोटे बच्चों का मेटाबोलिज्म अधिक तेज होता है और उम्र बढ़ने के साथ यह धीरे-धीरे कम हो सकता है।

क्या बच्चों का मेटाबोलिज्म आनुवंशिकता से प्रभावित होता है?

हाँ, बच्चों का मेटाबोलिज्म काफी हद तक आनुवंशिकता से प्रभावित होता है। यदि माता-पिता का मेटाबोलिज्म तेज है, तो बच्चों का मेटाबोलिज्म भी तेज हो सकता है, और इसके विपरीत भी सही है।

बच्चों का मेटाबोलिज्म स्वस्थ रखने के लिए माता-पिता क्या कर सकते हैं:

  • बच्चों को मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए उन्हें तनावमुक्त माहौल प्रदान करें। योग और ध्यान की आदत डालें।
  • बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराएं ताकि किसी भी स्वास्थ्य समस्या का समय पर पता चल सके और उसका उपचार किया जा सके।
  • बच्चों को स्वस्थ खाने की आदतें और सक्रिय जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करें। माता-पिता खुद उदाहरण बनें।

इन उपायों से माता-पिता बच्चों का मेटाबोलिज्म स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

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