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World Contraception Day : एक महिला अथवा एक पुरुष को गर्भनिरोधक किन परिस्थितियों में करना चाहिए

World Contraception Day in hindi (विश्व गर्भनिरोधक दिवस)

विश्व गर्भनिरोधक दिवस हर साल 26 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिवस को मानने का मुख्य उद्देश्य लोगों में सुरक्षित गर्भनिरोधक विकल्पों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है और साथ ही साथ अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए सही जानकारी प्रदान करना है।

विश्व गर्भनिरोधक दिवस, परिवार नियोजन और प्रजनन स्वास्थ्य के संबंध में व्यक्तियों, विशेषकर युवा पुरुषों और महिलाओं में विभिन्न गर्भनिरोधक विकल्पों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भी आवश्यक है।

गर्भनिरोधक का उपयोग क्यों किया जाता है?

अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए गर्भनिरोधक विधियों का उपयोग किया जाता है । आज कल ऐसे जोड़े हैं जो सेक्स का आनंद लेना चाहते हैं लेकिन बच्चे नहीं चाहते हैं। इसलिए, इनसे बचने के लिए गर्भनिरोधक विधियों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है और इस प्रकार उन्हें रखने के लिए सबसे अच्छा समय निर्धारित करने में सक्षम होना चाहिए।

विश्व गर्भनिरोधक दिवस का महत्व क्या है ये लोगों को किस प्रकार जागरूक करने में मदद करता है

Significance of World Contraception Day : विशेष तौर पर महिलाओं के लिए ये दिवस बहुत मायने रखता है ये दिवस महिलाओं की स्वतंत्रता के प्रति जागरूक करता है। खासतौर पर प्रजनन संबंधी स्वतंत्रता प्रदान करता है, जिससे वे अपने करियर और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे सकती हैं। गर्भनिरोधक के उपयोग से लोगों को परिवार नियोजन करने में मदद मिलती है और वे अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं।

इस दिन यौन स्वास्थ्य और सुरक्षित संबंधों के बारे में खुल कर बात की जा सकती है। जिससे युवाओं को गर्भ निरोधक के बारे में सही जानकारी मिल सके।

मैं एक शादीशुदा महिला हूं क्या मुझे गर्भनिरोधक विधि अपनाना चाहिए।

यदि आप एक महिला हैं और शादी के बाद आप गर्वधारण नही करना चाहती हैं या आपको कोई संतान नहीं चाहिए अथवा आगे कोई और संतान नहीं चाहिए तो आप बेशक गर्भनिरोधक विधियों का उपयोग कर सकती हैं। क्योंकि जब दंपति चाहते हैं कि उनका परिवार सीमित हो या वे बच्चों के बीच अंतर रखना चाहते हैं। तो वे इस तरह का फैसला लेते हैं। चलिए जानते हैं कि

आप एक महिला अथवा एक पुरुष हो और आप गर्भनिरोधक विधि अपनाना चाहती तो निम्न परिस्थितियों में ये करना चाहिए

  • यदि आपको लगता है कि अब आपको और बच्चे नही चाहिए और आगे भी बच्चों की योजना नहीं हो तो आप के लिए गर्भनिरोधक आवश्यक हो जाता है।
  • अगर आपका का स्वास्थ्य गर्भधारण के लिए अनुकूल नहीं है, या आपको पहले से कोई हेल्थ प्रॉब्लम जैसे हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप हैं, तो आपके लिए गर्भनिरोधक का उपयोग अनिवार्य हो सकता है।
  • यदि आपकी उम्र अभी कम है यानि अभी आप युवा हैं और आप अभी माता-पिता बनने के लिए तैयार नहीं हैं, तो आप गर्भनिरोधक का उपयोग कर सकते हैं।
  • जब आप मानसिक और भावनात्मक रूप से माता-पिता बनने के लिए तैयार नहीं हों तब गर्भनिरोधक का उपयोग किया जा सकता है।

इन परिस्थितियों में गर्भनिरोधक न केवल अनचाहे गर्भधारण से बचाव करता है, बल्कि यौन स्वास्थ्य और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने में भी मदद करता है।

World Contraception Day : गर्भनिरोधक को सरल विधियाँ कौन कौनसी हैं?

कंडोम – कंडोम गर्भनिरोधक के लिए सबसे आसान और फेमस विधि है। गर्भधारण से बचने के लिए कंडोम को बहुत अच्छी तरह से लगाया जाना चाहिए। आपको ध्यान रखना पड़ेगा कि कहीं कंडोम नाखूनों, अंगूठियों या छेदों से न फटा न हो।

गर्भनिरोधक के लिए महिला कंडोम
डायाफ्राम – यह एक प्रकार का लेटेक्स या सिलिकॉन प्लग है जिसे महिला अपनी योनि में डालती है और इस प्रकार शुक्राणु को गर्भाशय ग्रीवा में प्रवेश करने से रोकती है। ध्यान रहे आप जब इसको हटाना चाहेंगे तो इसके लिए आपको 6 से 8 घंटे तक इंतजार करना पड़ सकता है।

गर्भनिरोधक दवाइयां : इसमें हर दिन एक गोली लेनी होती है। अगर इसका सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो इसकी प्रभावशीलता 99.7% होती है। अगर व्यक्ति इसे लेना भूल जाता है, इसे हर दिन एक ही समय पर नहीं लेता है या उसे उल्टी या दस्त की समस्या होती है तो इसकी प्रभावशीलता कम हो सकती है। दवाई का उपयोग अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से पूछ कर ही लें।

गर्भनिरोधक के लिए योनि रिंग का इस्तेमाल

योनि रिंग – ये एक प्रकार की योनि के अंदर रखी जाने वाली एक प्लास्टिक की रिंग है जो धीरे-धीरे हार्मोन रिलीज़ करती है। इसे हर नए मासिक धर्म चक्र के साथ बदलना लेना चाहिए।

प्रत्यारोपण – यह तीन साल तक चलता है और गर्भावस्था को रोकने के लिए धीरे-धीरे हार्मोन जारी करके काम करता है।
अंतर्गर्भाशयी उपकरण (आईयूडी) – योनि में डाला जाने वाला प्लास्टिक और तांबे का उपकरण जो शुक्राणु को मार देता है और अंडों को निषेचित होने से रोकता है।

गर्भनिरोधक के लिए स्थायी विधियाँ क्या हैं

महिला नसबंदी और पुरुष नसबंदी ही गर्भनिरोधक के लिए स्थाई तरीका है।

  • Tubal ligation (महिला नसबंदी)– ये विधि उन महिलाओं के लिए है जो गर्भावस्था से स्थायी रूप से सुरक्षित रहना चाहती हैं। एक शल्य चिकित्सा प्रक्रिया है जो फैलोपियन ट्यूब को अवरुद्ध, क्लिपिंग या हटाने के द्वारा गर्भावस्था को स्थायी रूप से रोकती है । यह जन्म नियंत्रण का एक स्थायी रूप है जो तुरंत प्रभावी होता है। शुक्राणु को अण्डे तक पहुंचने से और अण्डे को गर्भाशय तक पहुंचने से रोकता है। इसमें लगभग 30 मिनट का समय लगता है। ध्यान रहे यदि आप भविष्य में गर्भवती होने चाहेंगी तो ट्यूबल लिगेशन एक अच्छा विकल्प नहीं है
  • Vasectomy (पुरुष नसबंदी) – उन पुरुषों के लिए जो अब बच्चे पैदा नहीं करना चाहते। ये एक प्रकार की पुरुष नसबंदी के लिए की जाने वाली शल्य प्रक्रिया है जो शुक्रवाहिका (शुक्राणु को अंडकोष से मूत्रमार्ग तक ले जाने वाली नलिका) को काटकर गर्भधारण को रोकती है । गर्भधारण को रोकने में पुरुष नसबंदी 99% से अधिक प्रभावी है। प्रक्रिया के दौरान, आपको हल्का दर्द, खिंचाव या खींचतान महसूस हो सकती है। सर्जरी के बाद आपको कुछ दर्द हो सकता है, जो कि कुछ दिनों के बाद ठीक हो जाता है।

गर्भनिरोधक विधियों के दुष्प्रभाव क्या हैं?

कुछ गर्भनिरोधक विधियों से मूड स्विंग, कामेच्छा में कमी , वजन बढ़ना और सिरदर्द जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं । अपने लिए सबसे अच्छा तरीका चुनना महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, कुछ लोगों को लेटेक्स से एलर्जी होती है, इसलिए उन्हें कंडोम चुनते समय सावधानी बरतनी चाहिए। कुछ महिलाओं में कुछ खास हार्मोन नहीं होते हैं, इसलिए किसी जीपी या विशेषज्ञ से सलाह लें।

विश्व गर्भनिरोधक दिवस लोगों को सही और सुरक्षित गर्भनिरोधक उपायों के बारे में जानकारी देकर अनियोजित गर्भधारण और जनसंख्या नियंत्रण में योगदान देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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