दिल्ली

Apple ने भारत में Pegasus जैसे दो नए स्पाइवेयर अलर्ट जारी किए

Apple warns Indian iPhone users

10 जुलाई को भारत में कम से कम दो लोगों ने अपने iPhone पर Apple, Inc. से Pegasus जैसा अलर्ट प्राप्त होने की सूचना दी। समृद्ध भारत फाउंडेशन के निदेशक पुष्पराज देशपांडे और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा दोनों ने 10 जुलाई को एक्स पर बताया कि उन्हें एक दिन पहले एप्पल से टेक्स्ट संदेश प्राप्त हुए थे।

हर किसी का मन होता है कि वो दूसरे के फोन में घूसकर देखे की इसके फोन में क्या है। हमेशा किसी न किसी को यह उत्सुकता होती है। दूसरे की निजी जिंदगी में झांकना लोगों की आदत होती है। शायद इसी सोच की वजह से एक तरह का स्पाइवेयर बनाया गया होगा जिससे दूसरे के फोन में झांका जाये। जी हां, पेगासस स्पाइवेयर एक ही ऐसी ही एप्लीकेशन है जिससे हम दूसरे के फोन का डाटा चुरा सकते है। हालांकि यह गैर कानूनी है।

एपल ने iPhone पर पैगासस जैसे स्पाइवेयर अटैक का खतरा जताया है। एपल के अनुसार, आईफोन यूजर्स को Phone को एक्सेस करने की कोशिश की जा रही है। इसे लेकर एपल ने एक फिर भारत सहित 97 देशों के अपने यूजर्स को वॉर्निंग मेल भेजा है, जो ‘मर्सनरी स्पाइवेयर’ अटैक के संभावित शिकार हो सकते हैं। इन स्पाइवेयर अटैक्स की कॉस्ट लाखों डॉलर होती है। उनका पता लगाना और रोकना बहुत कठिन होता है।

क्या है पेगासस स्पाइवेयर?


इसका मकसद डिवाइस का अनऑथराइज्ड एक्सेस हासिल करना है। पेगासस स्पाइवेयर आपके फोन में घुसकर आपकी निजी जानकारी को चुरा लेता है। पेगासस स्पाइवेयर लोगों की जासूसी करता है. अगर ये स्पाइवेयर एक बार आपके फोनमें घुस जाए तो इससे छुटकारा पाना बहुत मुश्किल होता है। क्योंकि बहुत से लोगों को तो ये भी पता नहीं चलता कि उनके फोन में पेगासस का अटैक हुआ है।

Pegasus Spyware सिर्फ एंड्रॉयड डिवाइस ही नहीं बल्कि Apple iPhone को भी आसानी से हैक कर सकता है. पेगासस को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह फोन में मौजूद मोबाइल ऐप्स की जानकारी को भी पढ़ने में सक्षम है. आप लोगों के फोन से ईमेल, टैक्स्ट मैसेज, फोटो, वीडियो, पासवर्ड्स और कॉन्टैक्ट्स जैसी चीजों को चुरा लिया जाता है.

फोन में कैसे इंस्टाल होता है Pegasus Spywar
इसको फोन में डालने के लिए आपके डिवाइस पर एक लिंक भेजी जाती है, जैसे ही कोई भी स्मार्टफोन यूजर इस लिंक पर क्लिक करने की गलती करता है ये स्पाइवेयर खुद-ब-खुद डिवाइस में इंस्टॉल हो जाता है.

स्पाइवेयर मेरे फोन में इंस्टाल हो गया है इसके क्या संकेत है?
फोन में पेगासस का पता लगा बहुत ही मुश्किल है, लेकिन आपका फोन खुद आपको कुछ संकेत देने शुरू करता है जिन्हें बस आपको पहचानने की जरूरत है.

  • फोन में पेगासस जैसा कोई स्पाइवेयर है तो आप लोगों के फोन की बैटरी तेजी से गिरने लगेगी.
  • यह स्पाइवेयर हमेशा फोन में एक्टिव रहता है जिस कारण से डेटा की खपत बढ़ने लगती है.
  • अचानक से अगर फोन की इंटरनल मेमोरी कम हो जाए.

पेगासस का उपयोग कौन करता है?

सरकारी एजेंसियाँ, कानून प्रवर्तन और सेना पेगासस स्पाइवेयर के मुख्य उपयोगकर्ता हैं। एनएसओ ग्रुप का दावा है कि वह गंभीर अपराध से लड़ने लिए विशेष रूप से सरकारों को अपना निगरानी सॉफ्टवेयर बेचता है।
हालांकि, इसके उपयोगकर्ताओं का सत्यापन करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि कंपनी अपनी बिक्री के बारे में अत्यधिक गोपनीय हैं। पेगासस सहित इसके स्पाइवेयर को दर्जनों देशों को लाइसेंस दिया गया है, जिनमें अज़रबैजान, बहरीन, जिबूती, भारत, मैक्सिको, सऊदी अरब और यूएई शामिल हैं।

यदि आपको संदेह है कि आपके एंड्रॉइड डिवाइस के माध्यम से पेगासस स्पाइवेयर द्वारा आपको ट्रैक किया जा रहा है, तो किसी विशेषज्ञ से परामर्श करना सबसे अच्छा है।

ध्यान रखें ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करने की भूल न करें.

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related News