दिल्ली

Delhi New CM : दिल्ली में मुख्यमंत्री कौन

BJP roars back into Delhi after 27 yrs : दिल्ली विधानसभा चुनाव में तीन बार से सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी (आप) की आतिशी पारी का शनिवार को अंत हो गया। पार्टी 22 सीटों पर सिमट कर रह गई। भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर 26 सालों बाद दिल्ली की राजग‌द्दी पर वापसी की तो कांग्रेस लगातार तीसरी बार खाता खोलने में नाकामयाब रही।

इस बार इतिहास ने खुद को दोहराया, लेकिन केजरीवाल हार गए। आप प्रमुख को भाजपा के प्रवेश वर्मा ने 4,089 वोटों के अंतर से हराया। प्रवेश वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। विडंबना यह है कि शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने केजरीवाल के वोट शेयर में सेंध लगाई और 4,568 वोट हासिल किए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को भाजपा मुख्यालय पहुंचे।

भाजपा की जीत की आंधी में ‘आप’ के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया, सौरभभारद्वाज, सत्येंद्र जैन जैसे नाम भी टिक न सके। नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल को भाजपा के प्रवेश वर्मा ने करारी शिकस्त दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को भाजपा मुख्यालय पहुंचे।

पीएम ने कार्यकर्ताओं का आभार जताया

आज दिल्ली में विकास, विजन और विश्वास की जीत और आडंबर, अराजकता, अहंकार की हार हुई है। एक दशक की आप-दा से दिल्ली मुक्त हुई है। आज दिल्ली में, दिल्ली के लोगों में एक उत्साह भी है और एक सुकून भी है। उत्साह विजय का है और सुकून दिल्ली को आप-दा से मुक्त कराने का। जिनको दिल्ली का मालिक होने का घमंड था. उनका सच से सामना हो गया। इस जनादेश से स्पष्ट है कि राजनीति में शॉर्टकट के लिए, झूठ और फरेब के लिए कोई जगह नहीं है। दिल्ली के पहले विस रात्र में कैग की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। – नरेंद्र मोदी

कौन बनेगा दिल्ली का सीएम

भाजपा की जीत के बाद बड़ा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। इस रेस में प्रवेश वर्मा, मनजिंदर सिंह सिरसा, विजेंद्र गुप्ता और वरिंद्र सचदेवा के नाम शामिल हैं। भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री पद के टॉप दावेदारों में दलित नेता दुष्यंत गौतम थे लेकिन वह चुनाव हार गए हैं. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे परवेश वर्मा और भाजपा के वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. हालांकि दलित फेस अब भी रेस में आ सकता है।

  • परवेश वर्मा (प्रवेश वर्मा) : पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे परवेश वर्मा नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराने के चलते वह सीएम पोस्ट के प्रबल दावेदार बन गए हैं। जीत के फौरन बाद वर्मा जी गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंच गए. सियासी गलियारे में उनके नाम की चर्चा तेज हो गई है।

  • रेखा गुप्ता और शिखा राय : एमसीडी की पूर्व पार्षद और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष रेखा शालीमार बाग से चुनाव लड़ीं. 2020 में वह मामूली अंतर से हार गई थीं. उधर, शिखा राय ग्रेटर कैलाश से आप के सौरभ भारद्वाज के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरी थीं।
  • दुष्यंत गौतम : छात्र राजनीति से सक्रिय रहे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और दलित चेहरा होने के कारण प्रबल उम्मीदवार माने जा रहे हैं। 2008 और 2013 में कोंडली से हार के बावजूद उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाता है. हालांकि वह 7000 वोटों से करोल बाग सीट से पिछड़ गए।
  • विजेंदर गुप्ता : दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष हैं और इन्होंने दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है।

  • रविंदर सिंह नेगी : उत्तराखंड से आने वाले नेगी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी और विश्वासपात्र माना जाता है. उनकी सीट पर पूर्वांचल मतदाता अहम भूमिका निभाते हैं।
  • मनजिंदर सिंह सिरसा : राजौरी गार्डन से चुनाव जीतने वाले मनजिंदर की राष्ट्रीय छवि है और वह दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रहे हैं।

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