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Stock Market update : NSE ने किया निफ्टी 50 में बदलाव का एलान, IRFC, BEL निफ्टी पीएसई इंडेक्स में शामिल

NSE announced changes in Nifty 50 : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने निफ्टी 50 के शेयर में बदलाव का एलान किया है. इन बदलाव के तहत 30 सितंबर से BEL और ट्रेंट को निफ्टी 50 में शामिल किया जाएगा, जबकि Divis Laboratories, LTIMindtree को निफ्टी 50 से बाहर किया जाएगा। कुछ बड़ी और तेजी से बढ़ रही कंपनियां, जिनका बाजार पूंजीकरण लगातार बढ़ रहा है। वे कंपनियां जो हाल के दिनों में IPO के बाद अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रही हैं।

संभावित हटाई जा सकती हैं: वे कंपनियां जिनका वित्तीय प्रदर्शन कमजोर रहा है।जिन कंपनियों के शेयरों की तरलता में कमी आई है या बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई है।

30 अगस्त 2024 को होने वाले बदलाव

इस तारीख को निफ्टी इंडेक्स में कुछ कंपनियों को शामिल किया जा सकता है, जबकि कुछ को हटाया जा सकता है। इसका मतलब है कि कुछ नई कंपनियों को निफ्टी 50 में जगह मिलेगी, जबकि कुछ कंपनियों को हटाया जाएगा। इस तरह के बदलाव से उन कंपनियों के शेयरों की कीमतों पर असर पड़ता है जो इंडेक्स में शामिल या बाहर होती हैं।

Nifty 50 में बंधन बैंक की जगह केनरा बैंक

पीएसयू स्टॉक में, IRFC को निफ्टी पीएसई इंडेक्स में शामिल किया गया है, जबकि LIC को बाहर रखा जाएगा. बंधन बैंक को निफ्टी बैंक इंडेक्स से बाहर रखा गया है और उसकी जगह केनरा बैंक को लाया जाएगा. हो सकता है कि निफ्टी बैंक इंडेक्स में बंधन बैंक की जगह केनरा बैंक ले लेगा।

IRFC का निफ्टी इंडेक्स में शामिल होने की संभावना:

IRFC का निफ्टी इंडेक्स में शामिल होना या न होना इस पर निर्भर करता है कि कंपनी का बाजार पूंजीकरण, तरलता और वित्तीय प्रदर्शन किस प्रकार का है। अगर कंपनी का प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है और उसके शेयरों की तरलता उच्च है, तो संभव है कि भविष्य में इसे निफ्टी 50 या अन्य संबंधित इंडेक्स में शामिल किया जा सकता है।

IRFC की वर्तमान स्थिति:
IRFC का शेयर मूल्य हाल के दिनों में स्थिर रहा है, और यह निवेशकों के बीच एक सुरक्षित और लाभदायक निवेश के रूप में देखा जाता है। कंपनी की वित्तीय स्थिति भी मजबूत है, और यह भविष्य में भी भारतीय रेलवे के साथ मजबूत संबंध बनाए रखने की संभावना रखती है।हालांकि, IRFC के निफ्टी इंडेक्स में शामिल होने की सटीक जानकारी आधिकारिक घोषणाओं पर निर्भर करती है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी सूचनाओं के लिए NSE की वेबसाइट या अन्य विश्वसनीय वित्तीय समाचार स्रोतों की जांच करते रहें।

Nifty 100 में होगा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया

बर्जर पेंट्स, कोलगेट, मैरिको, SBI कार्ड्स, SRF को निफ्टी 100 से बाहर होगी. जबकि BHEL, JSW एनर्जी, NHPC, मैक्रोडेवलपर्स निफ्टी 100 में शामिल होगी. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया निफ्टी 100 में शामिल किया गया है.

BEL (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स) को किया बाहर

इस साल ट्रेंट के शेयरों में 84% और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स में 68% की वृद्धि हुई। एलटीआई माइंडट्री और डिवीज लैबोरेटरीज को बाहर रखे जाने की संभावना थी। बर्जर पेंट्स इंडिया, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स , कोलगेट पामोलिव (इंडिया), मैरिको, एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज, एसआरएफ और ट्रेंट को उस सूचकांक से बाहर रखा जाएगा।

एक्सचेंज के अनुसार, केवल वे स्टॉक ही बेंचमार्क सूचकांक में प्रवेश के लिए पात्र हैं जिन्हें वायदा एवं विकल्प खंड में कारोबार की अनुमति है।

स्मॉलकैप और मिडिलकैप में बड़ा बदलाव

यह बदलाव निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में होने की संभावना है। निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में शामिल होने वाली कंपनियां आमतौर पर उन कंपनियों से चुनी जाती हैं जिनका प्रदर्शन अच्छा रहता है और उनकी बाजार पूंजीकरण में वृद्धि हो रही होती है। इस दिन के फेरबदल से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की मांग और उनके मूल्य में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं।

निफ्टी 500, निफ्टी 200, निफ्टी 100, निफ्टी स्मॉलकैप 250, निफ्टी मिडकैप 150 और निफ्टी मिडकैप 50 समेत कई सूचकांकों में भी बदलाव किए गए हैं।

वोडाफोन आइडिया, महिंद्रा हॉलिडेज एंड रिसॉर्ट्स इंडिया, मेडप्लस हेल्थ, स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज को निफ्टी 500 से बाहर रखा जाएगा जबकि फाइजर, आईनॉक्स इंडिया, जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट्स को शामिल किया जाएगा।

निफ्टी बैंक में क्या बदलाव की आशंका है

बैंकों को बात करें तो बैंकों के लिए, बंधन बैंक को निफ्टी बैंक से बाहर रखा जाएगा, जबकि केनरा बैंक को शामिल किया जाएगा। केनरा बैंक को निफ्टी बैंक सूचकांक में शामिल किया गया है,

निफ्टी बैंक में शामिल किए जाने से केनरा बैंक में 79 मिलियन डॉलर का निवेश हो सकता है, जबकि बंधन बैंक में संभावित बहिष्कार के कारण 40 मिलियन डॉलर का निवेश हो सकता है।

इस बदलाव का निवेशकों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है

इन बदलावों से निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी पड़ सकती है, विशेषकर उन निवेशकों को जिन्होंने इंडेक्स फंड्स में निवेश किया हुआ है। इंडेक्स में शामिल होने वाली कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी जा सकती है, जबकि हटाई जाने वाली कंपनियों के शेयरों में गिरावट संभव है।अतः निवेशकों के लिए यह समय अपने निवेश की रणनीति को पुनः मूल्यांकित करने का है और संभावित बदलावों के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए अपने निवेश को समायोजित करने का।

सटीक जानकारी के लिए आपको आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना होगा, जो NSE द्वारा बदलाव की तारीख से कुछ दिन पहले की जाती है।

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